मानव-श्रम एवं शक्ति के पूर्ण समायोजन हो जाने के बाद ही औद्योगिक प्रतिष्ठानों को
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मानव-श्रम एवं शक्ति के पूर्ण समायोजन हो जाने के बाद ही औद्योगिक प्रतिष्ठानों को
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मानव-श्रम एवं शक् ति के पूर्ण समायोजन हो जाने के बाद ही औद्योगिक प्रतिष् ठानों को ‘
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संपूर्ण रचना आठ उच्छ्वासों में रची गई है इसमें नागराज शिखंडतिलक की आत्मजा उदयसुंदरी के साथ प्रतिष्ठान नरेश मलयवाहन के प्रेम ओर विवाह की काल्पनिक कथा का आलंकारिक एवं अतिशयोक्ति पूर्ण समायोजन किया गया है।